Thursday, 5 August 2021

जीवन के कठिन दौर में भी हार न मानो

 

जीवन के कठिन दौर में भी हार न मानो





कोविड 19 महामारी के इस कठिन दौर में हार न मानने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के विचार के आते ही पूर्व प्रधानमंत्री माननीय श्री अटलबिहारी वाजपेयी जी की प्रस्तुत पंक्तियाँ बहुत ही उत्साहवर्धक हैं-

हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा,

काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूं,

गीत नया गाता हूं ।।

यह पूर्णतः सत्य है कि समय परिवर्तनशील होता है और हमारी ज़िंदगी कहीं भी रुकती नहीं है इसलिए, हमें हमेशा अपना मानसिक संतुलन बनाए रखना चाहिए और अपने जीवन के कठिन दौर का धैर्य के साथ सामना करना चाहिए। इसी तरह, हमें कभी भी यह नहीं भूलना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति हमेशा सफल नहीं होता है या जीवन में उसे सब कुछ आसानी से नहीं मिलता है।हमारा जीवन सुख-दुःख से मिलकर बना है और सब-कुछ हमारे वश में नहीं होता है और ज़िंदगी और समय कभी भी किसी के लिए कहीं रुकते नहीं हैं और हमारे बुरे दिन अच्छे दिनों में बदलते हैं या फिर इसके ठीक विपरीत, हमें अपने जीवन में अचानक कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए, अपना मानसिक संतुलन सदैव बनाए रखना  आवश्यक है ।

1.जो जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार करें-जीवन में कई दौर ऐसे आते हैं जहां आपकी आशा के विपरीत घटनाएं घटती रहती हैं लेकिन आप कुछ नहीं कर पाते हैं और सिर्फ मूक दर्शक ही बने रहते हैं। ऐसी परिस्थितियों में, आप कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि उन चीज़ों पर आपका वश नहीं चलता है। इसलिए, आप जो जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार करें तथा ऐसी किसी भी परिस्थिति में अपनी मानसिक शांति और दिमागी संतुलन बनाये रखें ।

2.आत्मचिंतन करें अर्थात खुद से करें विचार-विमर्श-मैं समझती हूं कि दुनिया में कोई आपसे कॉम्पीट कर ही नहीं सकता, क्यों  ? क्योंकि आप ही तो अपने सबसे बड़े कॉम्पीटीटर हैं । खुद को तराशिए, पिछली बार से बेहतर करने का प्रयास कीजिए ।आत्मचिंतन करने से आप खुद को एनालाइज़ करना सीखेंगे और इससे आप में अवश्य सुधार होगा ।

3.क्रिएटिविटी से मिलती है नई ऊर्जा- अपने जीवन के कड़वे अनुभवों को भूलने या उनसे पार पाने का एक सबसे अच्छा तरीका है कि हम क्रिएटिव एक्टिविटीज़ में इंवॉल्व रहें।हर इंसान कोई-न-कोई नैसर्गिक हुनर होता है, अपने हुनर को पहचानें और फिर उस पर काम करें । ऐसा करके न केवल आपको अच्छा लगेगा बल्कि आप तनावमुक्त भी रहेंगे और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा ।

4.लाइफ मैनेजमेंट स्किल्स से आएगा आपके जीवन में संतुलन- लाइफ मैनेजमेंट स्किल्स से मेरा अभिप्राय है कि आप किस परिस्थिति में कैसे रिएक्ट करें, इस कौशल का विकास करना ।कई बार आपके जीवन में बहुत कुछ पेचीदा सा लगता है ।ऐसी परिस्थिति में, केवल कुछ समय का ब्रेक लें और फिर, नये सिरे से सोचें और फिर अपना काम शुरू करें। रोज़ाना अपने सभी कामों के लिए एक टाइम-शेड्यूल का पालन करते हुए अपने जीवन में अनुशासन लाने की कोशिश करें। सुबह जल्दी जागें, अपना कमरा, अपनी अलमारी, अपना बिस्तर स्वयं साफ़ करें, और अपने पेंडिंग कामों को निपटाएं। इससे आप व्यस्त और मानसिक तौर पर संतुलित रहेंगे और एक बार फिर, तरोताज़ा महसूस करेंगे।

5.अनमने मन से न करें कभी कोई काम- एंजॉय योर वर्क अनमने मन या अनिच्छा से अगर आप कोई काम करते हैं, तो उसका कोई लाभ नहीं । अच्छा होगा, अगर आप कुछ देर के लिए रिलैक्स करें। इस दौरान योग या प्राणायाम करें,म्यूज़िक सुनें या रेक्रिएशन के लिए जो आपा कर सकते हैं, करें और कुछ देर के बाद अपना काम दुबारा से करना शुरू कर दें, देखिएगा, आप अब पूरे मन से काम करने के लिए तैयार हो चुके होंगे।

6.अपना आत्मविश्वास लगातार बढ़ाते रहें-याद रखें कि आप स्वयं अपने भाग्य-निर्माता हैं। जो भी आप चाहते हैं, वह दुनिया में कहीं न कहीं आपकी प्रतीक्षा कर रहा है, ज़रूरत है सिर्फ़ उस कोशिश की, जो आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचा सके । इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि परिस्थितियां क्या हैं? ...हमेशा खुश रहने और हरेक वस्तु, काम या परिस्थिति को सकारात्मक रवैये से देखने की कोशिश करें ताकि आपका आत्मविश्वास लगातार बढ़ता ही रहे। इससे आप यकीनन शांत, तनावमुक्त, मानसिक तौर पर संतुलित और प्रसन्नचित्त रहेंगे।

बात हमने पूर्व प्रधानमंत्री माननीय श्री अटलबिहारी वाजपेयी जी की पंक्तियों से की थी, तो समाप्त भी उन्हीं की पंक्तियों से करूंगी-

सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ,

प्रगति चिरंतन कैसा इति अब,

सुस्मित हर्षित कैसा श्रम श्लथ,

असफल, सफल समान मनोरथ,

सब कुछ देकर कुछ न मांगते,

पावस बनकर ढलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा ॥

    मीता गुप्ता,  हिंदी प्रवक्ता, केवि,पूरे,बरेली

No comments:

Post a Comment

और न जाने क्या-क्या?

 कभी गेरू से  भीत पर लिख देती हो, शुभ लाभ  सुहाग पूड़ा  बाँसबीट  हारिल सुग्गा डोली कहार कनिया वर पान सुपारी मछली पानी साज सिंघोरा होई माता  औ...