चलो न साथ मिलकर|||
लंबी सैर आपके
संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है| यह आपके विचारों को गति देने और आपको मन को
शांत करने में मदद कर सकती है| चलने के लाभ सभी को पता होते हैं इसलिए उनकी चर्चा कम ही
होती है| हम
पैदल चलने के स्वास्थ्य लाभों को भूल जाते हैं पैदल चलने में आलस करने लगते
हैं|
अक्सर पूछा जाता है कि एक दिन में कितने कदम चलना चाहिए| पैदल चलने से न सिर्फ वजन को कंट्रोल में रखा जा सकता है, बल्कि
यह आपके दिल को हेल्दी रखता है| मस्तिष्क सहित आपकी मांसपेशियों और आपके अंगों को अधिक रक्त और
ऑक्सीजन प्रसारित करने में भी मददगार माना जाता है, और ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में भी मददगार हो सकता है| पैदल चलने से कैलोरी बर्न करने में काफ़ी
मदद मिल सकती है| पैदल चलना आपके मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है| आइए, जानें....पैदल चलने के लाभ-
1. इम्यूनिटी को बढ़ाता है
अध्ययनों की
मानें तो रोजाना लगभग 30 से 45 मिनट तक टहलने से आपके शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं की
संख्या बढ़ सकती है और समय के साथ, यह
वास्तव में बेहतर परिणाम दे सकता है| पैदल चलने से आपके शरीर की रोग से लड़ने की
क्षमता बढ़ सकती है| दिन में कम से कम 20
मिनट पैदल चलना से इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद मिल सकती है|
2.डायबिटीज को कंट्रोल करने
में मददगार
मधुमेह रोगियों
के लिए पैदल चलना एक शानदार व्यायाम है| इसस ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद मिल
सकती है|
आपको 3 से 5 मिनट की धीमी गति से चलने के साथ शुरुआत करनी चाहिए और फिर 5 से 10 मिनट
के लिए मध्यम गति से टहलना चाहिए| सुनिश्चित करें कि आप अपनी रीढ़ को सीधा रखें और अपनी ठुड्डी को ऊपर
उठाएं|
कुछ दिनों में आप छोटी सैर का लुत्फ उठा सकते हैं और दूसरों को पैदल चलने के लिए
प्रेरित कर सकते हैं|
3.कैंसर से बचाव
2012 के हार्वर्ड विश्वविद्यालय के महिला
स्वास्थ्य अध्ययन के अनुसार सप्ताह में एक से तीन घंटे पैदल चलना स्तन और गर्भाशय
के कैंसर से मृत्यु के जोखिम को लगभग 19% कम
कर सकता है और अगर ये महिलाएं खुद को थोड़ा और आगे बढ़ाती हैं, और सप्ताह में तीन से पांच घंटे पैदल चलती हैं, तो वे स्तन और गर्भाशय के कैंसर के खतरे को
लगभग 54% तक कम कर सकती हैं|
4. याददाश्त को बढ़ाता है
व्यायाम
मस्तिष्क के लिए अच्छा है, लेकिन विशिष्ट रूप से चलना आपकी याददाश्त को बढ़ाने के लिए अच्छा
माना जाता है| कई
अध्ययनों से पता चला है कि सप्ताह में तीन बार 40 मिनट तक चलने से हिप्पोकैम्पस की मात्रा 2% बढ़ सकती है, जो काफी महत्वपूर्ण है| इसके साथ ही नियमित रूप से तेज चलना मस्तिष्क
के सिकुड़ने और बुढ़ापे में लाए जाने वाले मानसिक कौशल को धीमा कर सकता है|
5.स्ट्रोक और हार्ट संबंधी
समस्याओं को दूर रखने में मददगार
शोधों के अनुसार
सप्ताह में सिर्फ 2.5 घंटे पैदल चलना, जो दिन में 21 मिनट है, हृदय रोग के खतरे को 30% तक कम कर सकता है| पैदल चलने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर
होता है जिससे स्ट्रोक और हार्ट रोगों का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है| एक्सपर्ट भी रोजाना पैदल चलने की सलाह
देते हैं|
6.वजन घटाने में असरदार
चलना व्यायाम का
सबसे आसान तरीका है| पैदल चलने से लगातार कैलोरी बर्न होती हैं जिससे वज़न घटाने में काफी
मदद मिल सकती है| इससे मोटापे के खतरे को भी दूर किया जा सकता है और हमेशा अपने वज़न
को कंट्रोल में रखा जा सकता है| वज़न घटाने के लिए सबसे आसान व्यायामों में से एक है पैदल चलना|
7.ब्लड प्रेशर को रखता है
हेल्दी
सबसे अधिक चलना
निश्चित रूप से आपके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है| शोध में पाया गया है कि हर दिन 10 मिनट की सैर करना आपके रक्तचाप को कम करने का
एक प्रभावी तरीका है| जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान होते हैं वह उन्हें रोज़ाना
पैदल चलना चाहिए| इससे ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मदद मिल सकती है|
8.डिप्रेशन से राहत दिलाए
वर्तमान समय की
सबसे बड़ी बीमारियों में डिप्रेशन को गिना जाता है। इसे मूड डिसऑर्डर भी कहा जाता
है, क्योंकि इसके कारण व्यक्ति का मानसिक
स्तर बदलता रहता है। इसके रोगी के मन में उदासी, हानि, क्रोध या निराशा की भावनाएं उत्पन्न हो
सकती हैं, जो रोजमर्रा के जीवन को भी प्रभावित कर
सकती हैं। वहीं, इस समस्या को कम करने में सुबह की सैर
प्रभावकारी हो सकती है।
9.बनी रहती है त्वचा की चमक
स्वस्थ त्वचा दो
कारकों पर निर्भर करती है,
जिसमें एक है शरीर की आंतरिक स्थिति और
दूसरी है बाहरी स्थिति, जिसमें मुख्य रूप से पर्यावरणीय प्रभाव, धूम्रपान, प्रदूषण, नींद की कमी और खराब पोषण शामिल हैं। वहीं बात
करें शरीर की आंतरिक देखभाल की, तो
इसके लिए ज़रूर है कि शरीर के अंदर फ्री रेडिकल्स (हानिकारक मुक्त कण) की रोकथाम की
जाए और साथ ही संतुलित आहार भी लिया जाए। वहीं अध्ययनों से पता चलता है कि शारीरिक
गतिविधि करने से शरीर में ऑक्सीजन की प्रतिक्रिया बढ़ती है, जिससे त्वचा की कोशिकाएं को सुरक्षा मिलती है।
इस तरह शारीरिक व्यायाम एंटी-एजिंग प्रभाव भी प्रदर्शित करता है। साथ ही यह
ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी त्वचा की मदद कर सकता है । इस आधार पर सुबह की
सैर को प्राकृतिक रूप से बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करके त्वचा की चमक बनाए
रखने में मददगार माना जा सकता है।
10.स्वस्थ बाल
महिलाओं में
विटामिन डी सीरम का कम स्तर कुछ हद तक फीमेल पैटर्न हेयर लॉस की समस्या के लिए ज़िम्मेदार
माना जा सकता है। वहीं, सुबह की सैर बाल झड़ने की इस समस्या से
राहत दिला सकती है। दरअसल,
सूर्य की किरणें विटामिन डी का एक
स्रोत होती हैं। वहीं, सुबह की सैर करने से त्वचा के जरिए
हमारा शरीर सूर्य की किरणों से विटामिन डी की पूर्ति कर सकता है । इस आधार पर यह
कह सकते हैं कि सुबह की सैर शरीर में विटामिन डी का स्तर बढ़ाकर बालों को स्वस्थ
रखने में मदद कर सकता है।
11.रोगमुक्त रखे
मॉर्निंग वॉक
आपको आंतरिक और बाहरी रूप से स्वस्थ रखने का काम करती है। शोध के अनुसार, चलने जैसी एक्सरसाइज करने से शरीर में ऑक्सीजन
की खपत 11 फीसदी तक बढ़ जाती है, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत
होती है। वहीं चलने की प्रक्रिया से न्यूट्रोफिल (एक प्रकार की सफेद रक्त
कोशिकाएं) और नैचुरल किलर ब्लड सेल्स (इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने वाली
कोशिकाएं) के स्तर में भी सुधार देखा जाता है । इस तरह मॉर्निंग वॉक को इम्यून
सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर को रोगमुक्त रखने में भी उपयोगी माना जा सकता है।
12.अच्छी नींद को बढ़ावा
दिन भर का तनाव
अक्सर नींद को छीन लेता है,
जिससे शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिल
पाता है। वहीं, अगर सुबह की सैर की आदत डाल ली जाए, तो रात को अच्छी नींद का आनंद मिल सकता है।
दरअसल, पैदल चलने की आदत नींद में बाधा बनने
वाले कारकों (जैसे :- तनाव) को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस वजह से मॉर्निंग
वॉक को नींद की अवधि बढ़ाने में कारगर माना जा सकता है।
13. दिमागी कार्यक्षमता को कमजोर
होने से बचाए
अध्ययनों के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ-साथ याददाश्त कम होने लगती
है। यह समस्या रोजाना पैदल चलने वाली महिलाओं (65 वर्ष से अधिक) की तुलना में कम पैदल चलने वाली महिलाओं में ज़्यादा
पाई जा सकती है। वहीं, पैदल चलना उम्र-संबंधी मानसिक
बीमारियों को दूर रखने का एक शानदार तरीका है। नियमित रूप से चलने और दिनभर एक्टिव
रहने से वैस्कुलर डिमेंशिया जैसी मानसिक बीमारी का जोखिम 70 प्रतिशत तक कम हो सकता है । इस आधार पर वाकिंग
के फायदे ज्ञान क्षमता बढ़ाने में भी मददगार हो सकते हैं।
14.संपूर्ण स्वास्थ्य-लाभ
चलना एक ऐसा
एरोबिक व्यायाम है, जो दिल के दौरे की रोकथाम से लेकर उच्च
रक्तचाप को कम करने और मस्कुलोस्केलेटल विकारों (मांसपेशियों और हड्डी के विकार)
के उपचार में भी प्रभावी हो सकता है। सुबह घूमने के फायदे से संबंधित एक शोध में
इस बात को साफ तौर पर स्वीकार किया गया है। शोध में माना गया है कि सिर्फ 30 मिनट या उससे अधिक की सैर हृदय गति को
नियंत्रित करने के साथ पैरों की मांसपेशियों और शरीर के निचले हिस्से को मजबूत
बनाने में मदद कर सकती है। साथ ही यह शरीर के जोड़ों की लोचता को बढ़ाकर, शरीर के आकार को बेहतर बनाने में भी मदद कर
सकती है । इसलिए प्राकृतिक रूप से शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए
मॉर्निंग वॉक को एक अच्छा विकल्प माना जा सकता है।
15.मॉर्निंग वॉक के लिए कुछ
और टिप्स –
सुबह की सैर करने के दौरान कुछ जरूरी
बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। यह बातें कुछ इस प्रकार हैं :
• जॉगिंग करते वक्त अपना पोश्चर सीधा रखें, खासकर जब आप बॉडी टोन के उद्देश्य से यह शारीरिक क्रिया कर
रहे हैं।
• वाकिंग के फायदे आपको ऊर्जावान बनाते हैं और इससे शरीर में रक्त का
संचार भी सुचारू रूप से बना रहता है। इसलिए कोशिश करें कि सूर्य की पहली किरणों के
साथ सुबह की सैर करें। इससे शरीर को पर्याप्त रूप में विटामिन-डी मिलेगा।
• अगर शरीर से अतिरिक्त फैट कम करना चाहते हैं, तो सुबह कुछ दूरी तक तेज दौड़ने का
अभ्यास करें।
• भोजन के तुरंत बाद व्यायाम न करें।
• मॉर्निंग वॉक के दौरान अत्यधिक पानी न पिएं।
• मॉर्निंग वॉक की शुरुआत कर रहे हैं, तो पहले कुछ दिन अपनी गति को सामान्य रखें और धीरे-धीरे
गति को बढ़ाएं।
• सुबह की सैर के लाभ पाने के लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक करें।
• अगर घर में पालतू जानवर हैं, तो सुबह के समय उन्हें साथ लेकर टहलने जा सकते हैं। इससे
भी सुबह की सैर के लाभ पाए जा सकते हैं।
• लिफ्ट का कम इस्तेमाल करके भी सुबह की सैर के लाभ पाए जा सकते हैं। ऐसे
में जितना संभव हो सीढ़ियों का ही इस्तेमाल करें।
• घर के आस-पास लगने वाली बाजार या दुकान पर जाने के लिए पैदल ही जाएं।
• सुबह की सैर करते समय हमेशा पैदल चलने वाले रास्ते का ही इस्तेमाल
करें। सड़क के बीच में न चलें।
अब तो आप अच्छे
से समझ गए होंगे कि सुबह की सैर दिन की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है। एक बार
जब आप इसे अपनी दिनचर्चा का हिस्सा बना लेंगे, तो
आप अपने में कई सकारात्मक बदलाव महसूस कर पाएंगे। मॉर्निंग वॉक की गिनती एक
संपूर्ण फिजिकल एक्टिविटी के रूप में की जाती है। शरीर को बीमारी का घर बनाने और
दवाइयों का बोझ बढ़ाने से अच्छा है कि प्राकृतिक रूप से शरीर को स्वस्थ रखा जाए।
ऐसे में सुबह की सैर के लाभ पाने के लिए नियमित दिनचर्या में इस आदत को शामिल करना
बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।
मीता गुप्ता
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