नित प्रीति सुरभित सुमनों से,
आपका हृदय निलय खिले।
बसंत ऋतु की तरुणाई की,
आपको नित सुबह मिले।
आशाओं के जीवन में आपके,
नित नवल दिए जले।
प्रेम पल्लवित जीवन हो आपका,
आप ख़ुशियों से फूले-फलें।
प्रति क्षण आपका हो आंनद भरा,
सौंदर्य ह्रदय में मकरंद पले।
जिस द्वार आपके कदम पड़े,
नित आपको आदर और सम्मान मिले।
आप छुएं नित नई ऊंचाइयों को,
आपको कामयाबियों का आसमाँ मिले।
करते है ईश्वर से कामना हम हर पल,
आपको हर जन्मदिवस पर ख़ुशियों का उपहार मिले।
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