बस सोलह कदम ही तो दूर हैं........कैसे पढ़ा जाए ?
वैदिक साहित्य में स्वाध्याय की बहुत महिमा गाई गई है।
"स्वाध्यायान्मा
प्रमद: ।"
–(तैत्तिरीयोपनिषद्
1/11)
'स्वाध्याय करने
में प्रमाद न करना।'
आइए दोस्तों, आज बात करते हैं
स्वाध्याय की....स्वयं पढ़ने की। दुनिया
में पढ़ते तो सब हैं, पर क्या
आप किताबों में मौजूद सारी जानकारी को अपने मन में बिठाते पाते हैं? क्या आप पढ़ाई करने के सही तरीकों को जानना चाहते हैं? इस के लिए आप को पढ़ाई करने की अच्छी आदतों का विकास करना
होगा। शुरुआत में आप को इन आदतों को अपनाने में कठिनाई होगी, लेकिन समय के साथ आप को इन की आदत हो जाएगी, यह आप के व्यवहार में शामिल हो जाएँगी और आप के लिए पढ़ाई
करना और पढ़ा हुआ याद रखना भी आसान हो जाएगा । आइए, बात करते हैं, ऐसी ही कुछ बिंदुओं की.....
1.टाइम मैनेज करें
:हफ्ते भर की समय सारणी बनाएँ, इस में पढ़ाई पर बिताए जाने वाले हर दिन के समय को
निर्धारित करें। इस समय सारणी के अनुसार हर काम समय पर करें, परीक्षा के समय आप को ज़्यादा पढ़ाई करने की ज़रूरत हो, तो इस समय सारणी में मौजूद समय से ज़्यादा समय तक पढ़ाई
करने से भी ना घबराएँ। कोशिश करें कि यह स्टडी प्लान वास्तविक हो, यह आपके द्वारा बनाया गया हो क्योंकि इस का अनुसरण आपको ही
करना है।
2.अपने आप को
स्पीड-अप करें: पढ़ाई की एक सही गति की
तलाश करें और इसे अपने अनुसार एडजस्ट करें। कुछ कॉन्सेप्ट्स आपको आसानी से आप को
समझ आ सकते हैं, लेकिन कुछ चीज़ों को
पढ़ने में इस से दोगुना वक़्त भी लग सकता है। अपने हिसाब से ही समय निर्धारित करें
और उसी गति से पढ़ाई करें, जितनी आप
के लिए सहज हो।
3.भरपूर नींद लें:
अध्ययनों के अनुसार, अच्छी नींद आप की स्मरण शक्ति और ध्यान केंद्रित कर सकने की
क्षमता को बढ़ाकर, टेस्ट
में अच्छे परिणाम देती है। रात भर ली गई अच्छी नींद आप के प्रदर्शन को और भी बेहतर
बनाएगा।
4.डिजिटल
डीटॉक्सिंग करें: वर्तमान समय डिजिटल समय है, हम सब ऑनलाइन हैं, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आप को पढ़ाई करने से विचलित कर
सकती हैं। ये सब सोशल मीडिया से जुड़े रहते हैं, आप के फ़ोन पर मेसेज भी आते हैं और आप का लैपटॉप इंटरनेट से
जुड़ा हुआ रहता है, ये सब आप
को बहुत बुरी तरह से विचलित कर सकते हैं। अपने फ़ोन को साइलेंट मोड पर कर के अपने
बैग में रखें, सारे नोटिफ़िकेशन बंद
कर दें,
ताकि कोई भी फ़ोन कॉल या मेसेज आप को डिस्टर्ब ना कर पाए।
साथ ही अपने स्क्रीन टाइम का भी ध्यान रखें । अधिक स्क्रीन टाइम से अनेक प्रत्यक्ष-परोक्ष
समस्याएँ जन्म ले सकती हैं ।
5.पढ़ने के लिए
कंफ़र्टेबल हों, पर कंफ़र्ट-ज़ोन में न जाएँ : बहुत ही
सावधानीपूर्वक इस जगह का चयन करें। आप को इस जगह पर सहज महसूस करना चाहिए, ताकि आप को पढ़ाई करने में आनंद का अनुभव हो। पढ़ाई के लिए
चुनी हुई जगह को, शांत और
विचलन से मुक्त होना चाहिए।इतनी ज़्यादा अनुकूल जगह को भी ना चुनें, जिस में आप को नींद आने लगे और आप कंफ़र्ट ज़ोन में चले जाएं।
आप को एक ऐसी जगह का चयन करना होगा, जहाँ पर लोग आप को विचलित ना कर पाएँ।
6.टीवी/म्यूज़िक
सिस्टम आदि बंद रखें: पढ़ाई करते समय
टीवी/म्यूज़िक सिस्टम चालू रखना सही नहीं है। यह आप को बहुत ज़्यादा विचलित कर सकता
है । कुछ बच्चे सब के बीच बैठकर पढ़ते हैं, हाँ नकल, जिसमें
अकल न लगानी हो यानी टीपने का काम सबके बीच बैठकर किया जा सकता है,पर पढ़ने का नहीं।
7.उचित आहार यानी
बैलेंस्ड डाइट लें : पढ़ाई करते समय शुगर
और वसायुक्त कुछ खाने के बजाय, पोषक
तत्वों से भरपूर स्वस्थ चीज़ें खाएँ। ऊर्जा को बढ़ाने वाली चीज़ें जैसे, फल या ऐसी चीज़ें जो आप को ऊर्जावान महसूस कराए, जैसे सब्जियाँ या नट्स खाएँ।उच्च मात्रा में मौजूद शुगर और
कार्ब्स युक्त चीज़ें जैसे कि, नूडल्स, चिप्स या इसी तरह की अन्य चीज़ें मत खाएँ। एनर्जी ड्रिंक और
शुगर सोडा ना लें; इन सब
में बहुत ज़्यादा मात्रा में शुगर मौजूद होती है। यदि आप कॉफ़ी पीते हैं, तो शुगर की अधिकता वाले ड्रिंक्स को ना लें।
8.कलर थेरेपी
अपनाएँ: हर एक ज़रूरी जानकारी को
हाइलाइट करें: हाइलाइटर या अंडरलाइनर का उपयोग करते हुए, चैप्टर में मौजूद बहुत ज़रूरी जानकारियों को हाइलाइट करें, ताकि जब आप इस चैप्टर को दोबारा पढ़ें, तो सारी ज़रूरी पॉइंटस आप के सामने मौजूद हो। सिर्फ़ बहुत
ज़रूरी पॉइंटस को हाइलाइट करें। समरी (summary) बनाते वक़्त, अलग-अलग कलर का उपयोग करें। आप का दिमाग़ अलग-अलग कलर में
लिखी हुई बातों को ज़्यादा अच्छे से याद रख पता है।
9.पढने की चीज़ों
की रूपरेखा तैयार करें: अपनी टेक्स्टबुक में, आप को जैसे भी समझ आए, अपनी भाषा में नोट्स तैयार करना, पढाई करने का सब से अच्छा तरीका है। इस तरीके से आप
टेक्स्टबुक में मौजूद भाषा से अलग, अपनी भाषा में सोचकर पढाई कर सकते हैं। आप चाहें, तो एक बार में ही सारी जरुरी बातों और जरुरी सबपाइंट्स की
एक रूपरेखा तैयार कर सकते हैं। इसे सिर्फ अपने विचारों और कुछ जरूरी पाइंट्स के
साथ ही व्यवस्थित करें। आप चाहें, तो
इन सारे पॉइंटस को ज़ोर-ज़ोर से बोल कर भी पढ़ सकते हैं। यदि आप सुन कर या बोल-बोल
कर सीखते हैं, तो यह विधि आप के लिए
बहुत मददगार साबित होगी।मास्टर-कार्ड्स की मदद लें।
10.फ्लैश कार्ड्स
बनाएँ/पेपर फ़्लैग़ और स्टिकर्स का प्रयोग करें: ऐसा अक्सर इंडेक्स कार्ड्स के साथ किया जाता है। इस के एक
तरफ में सवाल लिखें और अगले तरफ इस सवाल का जवाब। इन्हें रख सकना बहुत आसान होता
है,
क्योंकि इन्हें आप हर समय अपने पास रख कर ज़रूरत पड़ने पर
उपयोग भी कर सकते हैं।महत्वपूर्ण पृष्ठों पर पेपर फ़्लैग्स और स्टिकर्स का प्रयोग
करें,
इससे आपको उन पृष्ठों को ढूँढने मे आसानी होगी ।
11.असोसियेशन्स (associations) बनाएँ: किसी भी जानकारी को याद रख
सकने का एक तरीका, इन्हें
आप के दिमाग़ में पहले से मौजूद किसी जानकारी के साथ जोड़ना है। स्मृति संबंधी
तकनीकों का उपयोग कर आप कठिन और ज़्यादा जानकारी को आसानी से याद कर सकते हैं।अपने
सीखने के अंदाज़ से भी फायदा लें। आप को क्या आसानी से याद रह जाता है, इस के बारे में सोचें--गाने के बोल? डांस स्टेप्स? तस्वीरें? इन
का उपयोग पढ़ाई करने में करें। स्मृति-विज्ञान (मेमोरी एड) का उपयोग करें।
12.बड़े टॉपिक्स को
चीज़ को छोटे-छोटे भागों में बाँट लें:
किसी भी चीज़ को छोटे भागों में तोड़कर याद रखना एक आसान तरीका है। इस तरह से किसी
भी चीज़ को एक साथ याद करने के बजाय अलग-अलग हिस्सों में याद करने से आप को आसानी
होगी। आप चाहें तो अपने अनुसार इन सारी चीज़ों को किसी एक ग्रुप में, विषय के अनुसार, जमा कर सकते हैं।
13.ब्रेक लें, फिर रीस्टार्ट
करें: यदि आप बहुत देर से पढ़ रहे हैं, तो हर आधे घंटे के बाद 5 मिनिट का ब्रेक लें। क्योंकि आप बहुत देर से बैठे-बैठे
पढ़ाई कर रहे हैं, तो 5 मिनिट का ब्रेक लेना से आप के जोड़ों को आराम मिलेगा, इस के साथ ही आप के मन को आराम भी मिलेगा, जिस से आप को और भी ज़्यादा अच्छे से पढ़ाई कर सकने में
सहायता होगी। यह आप के ध्यान को केंद्रित रखने में भी मदद करेगा। इस ब्रेक में
अपने रक्त के प्रवाह को बनाए रखने के लिए और खुद को और भी अधिक सजग रखने के लिए, आप कोई शारीरिक गतिविधि कर सकते हैं। उछल-कूद करें, अपने घर के चारों ओर दौड़ लगाएँ, डांस स्टेप करें और जो भी कर सकें, करें।
14.ऑउट ऑफ़ द बॉक्स
सोचें : आप जो भी पढ़ रहे हैं, उस संबंधित कोई कहानी बना लें। जैसे, ऐतिहासिक आँकड़ों से संबंधित कोई कहानी बनाने की कोशिश करें
। कुछ ऐतिहासिक चीज़ों, शब्दों
और अन्य कीवर्ड्स को जोड़कर कुछ नया बनाने की कोशिश करें। उत्तर के की-वर्ड्स याद
करके बार-बार लिखें।
15.सब से ज़रूरी
तथ्यों को पहले पढ़ लें: किसी भी विषय को
शुरू से लेकर आख़िर तक सिर्फ़ पढ़ना ही नहीं है। बल्कि पढ़ते समय आने वाले हर एक
नए तथ्य को समझने और याद रखने की कोशिश करें। नई चीज़ों को याद कर पाना तब और भी
आसान हो जाता है, जब आप
इन्हें पहले से मौजूद चीज़ों के साथ जोड़ कर पढने की कोशिश करते हैं। इसके लिए
मास्टर कार्ड जैसे टूल्स को अपनाएँ ।
16.पीयर लर्निंग: 3 से 4 लोगों का एक ग्रुप बनाएँ और हर किसी से अपने-अपने फ्लैश
कार्ड्स भी लाने का कहें। इन्हें एक-दूसरे को देकर, सवाल-जवाब करें। यदि किसी को कोई चीज़ समझ ना आ रही, हो तो इस अवसर का लाभ उठा कर उन्हें समझाने की कोशिश करें।
उस से भी जरूरी कि आप अपनी पढाई को किसी खेल के साथ में जोड़ लें।एक-एक कॉन्सेप्ट, अलग-अलग लोगों में बाँट दें और उन से इस कॉन्सेप्ट को अच्छी
तरह तैयार कर के पूरे ग्रुप को समझाने का कहें।एक-एक छात्र को अलग-अलग लैक्चर
बाँटें और उन से इस की कुछ विशेष बातों को समझाने का कहें। इस के बाद ग्रुप में
मौजूद सारे लोगों के सामने उस से संबंधित एक प्रेजेंटेशन देने को कहें।साप्ताहिक
स्टडी ग्रुप बना लें। हर हफ्ते एक नए टॉपिक को पूरा करें। आख़िरी में पढ़ने के
बजाय पूरे साल पढ़ते रहें।इस बात का ध्यान रखें, कि ग्रुप में मौजूद ये लोग पढ़ने में रूचि रखने वाले लोग
हैं।
आशा है कि आपको वर्तमान परिवेश और परिस्थितियों में कैसे
पढ़ें जैसे प्रश्न का उत्तर ऊपर दी गईं टिप्स मिल गया होगा ।इसीलिए कहा भी गया है
कुछ लिख के सो,
कुछ पढ़ के सो,
जिस जगह जागा सवेरे,
उस जगह से बढ़ के सो ॥
मीता गुप्ता
No comments:
Post a Comment