Tuesday, 27 October 2020

आशाएँ

 

आशाएँ




आशाएँ ही वृक्ष लगाती,

आशाएँ विश्वास जगाती,

आशा पर परिवार टिका है।

आशा पर संसार टिका है।।

आशाएँ श्रमदान करातीं,

पत्थर को भगवान बनाती,

आशा पर उपकार टिका है।

आशा पर संसार टिका है।।

आशा यमुना, आशा गंगा,

आशाओं से चोला चंगा,

आशा पर उद्धार टिका है।

आशा पर ही प्यार टिका है।।

आशाएँ हैं, तो सपने है,

सपनों में बसते अपने हैं,

आशा पर व्यवहार टिका है।

आशा पर संसार टिका है।।

आशाओं के रूप  बहुत हैं,

शीतल छाया धूप बहुत है,

प्रीत-रीत-मनुहार टिका है।

आशा पर संसार टिका है।।

आशाएँ जब उठ जायेंगी,

दुनियादारी लुट जायेंगी,

उड़नखटोला द्वार टिका है।

आशा पर परिवार टिका है।

आशा पर संसार टिका है।।

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